Friday, August 22, 2008

आपातकालीन प्रबंधन

आपातकालीन तैयारी, उसका आकलन और उपलब्धि

१। आपातकालीन प्रबंधन

  1. क्या प्रबंध ने आपत्काल की कोई परिभाषा बना रखी है? अर्थात, व्यवसाय की कार्य विधि से किस तरह की आपत्काल की सम्भावना (जैसे प्रदूषण का अनियंत्रित होना, या ज्ञात प्राकृतिक आपदा या किसी साधन की कमी से आपातकाल की उत्पत्ति) हो सकती है या पूर्व में हो भी चुकी है, जिसके पहिचान और रोक थाम की व्यवस्था की जानी है?
  2. और, उन संभावित आपत्कालों का प्रभाव कहाँ तक जा सकता है और वे किस तरह दुर्घटना का कारण हुए या हो सकते है? अर्थात, इसका दुष्प्रभाव कितना गंभीर (significant) है ? यदि प्रबंध ने इस विषय में हुई चर्चा को लिखित में रखा है, तो उसका सन्दर्भ?
  3. उपरोक्त सन्दर्भ में, आपातकालीन तैयारी हेतु, प्रबंध ने क्या कोई समिति बनाई है जिसका उद्देश्य यह हो कि वह इस विषय में सतर्कता से सोच विचार करे, निर्णय ले और कार्यान्व्यन की जिम्मेवारी ले ? यदि हाँ, तो क्या उस समिति के मार्ग दर्शन हेतु, प्रबंध ने आपातकालीन सुरक्षा के मान दंड और सामयिक लक्ष्य निश्चित कर लिए हैं? यदि यह निर्णय लिखित में उपलब्ध है, तो उसका सन्दर्भ?
  4. क्या दुर्घटना के रिकार्ड के लिए फक्ट्री एक्ट द्वारा निश्चित रजिस्टर उपलब्ध है, और वह पूरा भरा जाता जाता रहा है? क्या प्रबंध ने आपदा प्रबंधन करते समय इस रिकार्ड को ध्यान में रखा है?
  5. क्या उस समिति में प्रबंध के, और विभिन्न विभाग के श्रमिक और कारीगर, और जरूरत पड़ने पर इक्सपर्ट व्यक्ति और पड़ोस में रहने वाले भी शामिल किए गए हैं ? यदि हाँ, तो इन सदस्यों का चुनाव करने का अधिकार किसके पास है?
  6. क्या वह समिति नियमित रूप से बैठक करती है, यदि हाँ; तो उसका अन्तराल क्या है?
  7. क्या हर उस बैठक में गत अन्तराल में हुए दुर्घटना जिसमें जान - माल की हानि हुई हो या हो सकती थी, का विवरण दिया गया और उसके कारण पर गहन चर्चा हुई ?
  8. क्या हर उस बैठक में दुर्घटना या उसकी संभावनाओं को रोकने के लिए, जन साधारण से सुझाव लिए जाने की व्यवस्था हैं, अर्थात सुझाव इकठ्ठा करने के लिए कोई 'सुझाव बॉक्स' (suggestion box) रखा गया है ?
  9. हर एक बैठक में क्या जन साधारण से प्राप्त सुझाव, या पूर्व दुर्घटनाओं, या समिति के सदस्यों के विचार से, नए निर्णय लिए गए हैं और पुराने बैठकों में लिए गए निर्णय के प्रभाव की समीक्षा की गयी है?
  10. क्या हर एक बैठक में हुए उपर्युक्त निर्णय का लिखित प्रमाण रखा गया है, और समिति के सदस्यों ने उस पर तिथि के साथ हस्ताक्षर किए हैं ?
  11. कब से यह बैठक हो रही है, और कब से (कितना पुराना), सुरक्षा समिति के निर्णय का प्रमाण रख जा रहा है? यदि हाँ तो इस बैठक के रिकार्ड किसके पास होने चाहिए जहाँ इसे लोग इसे देख सकें?
  12. क्या सुरक्षा समिति के इस कार्य के द्वारा प्रबंध के द्वारा दिए गए सुरक्षा के मान -दंड पर, लक्ष्य की प्राप्ति हो रही है, अर्थात दुर्घटना और उसकी संभावनाओं की संख्या कम होती दिख रही है? यदि नहीं, तो सुरक्षा समिति ने इस कमी को दूर करने के लिए क्या सोचा है ?

२। आपातकाल तैयारी का मान चित्र

आपातकालीन तैयारी के लिए क्या कार्य स्थल का ताजा मान-चित्र सर्व-सुलभ किया गया है? यदि हाँ, तो किस तरह। क्या वह मान -चित्र आगंतुकों जो कार्य स्थल के लिए नए हो सकते हैं, द्वारा आसानी से पढ़ा जा सकता है? क्या उसमें निम्न लिखित स्थिति दर्शायी गई है?

  1. निकास द्वार की स्थिति और मार्ग
  2. आपातकालीन निकास
  3. निषिद्ध क्षेत्र सीमा का रेखांकन (आपातकाल क्षेत्र, जैसे जहाँ प्रदूषण की निकासी होती है, या ज्वलन शील पदार्थ रखे हों, या भारी माल को मशीनों से लाया लेजाया जाता हो, या बिजली का कंट्रोल रूम या लिफ्ट जहाँ आपातकाल में लोग फंसे रह सकते हैं ) जहाँ बिना अनुमति प्रवेश वर्जित है और यंत्रों के उपयोग करने में सावधानी अपेक्षित है।
  4. सुरक्षित क्षेत्र सीमा का रेखांकन (जहाँ उपर्युक्त आपातकालीन निकास के मार्गों से आसानी से पहुँचा जा सकता है, और लोग वहां आपातकाल में जल्दी से इकठ्ठा हो सकते हैं)। इसे असेम्बली पॉइंट भी कहते हैं।
  5. आपातकाल से निपटने और बचाव के उपकरण की स्थिति (जैसे अग्नि शामक यन्त्र, पानी का टैंक और पाइप / पानी और बालू की बाल्टी की स्थिति जिससे आग बुझाने और आग को फैलने से रोका जा सके, तथा प्रथम उपचार के बाक्स की स्थिति )
  6. क्या ज्वलनशील या अधिक दाब पर बहने वाली गैस, भाप या द्रव के पाईप लाइन की स्थिति मान चित्र पर दिखाया गया है।यदि वे जमीन के बाहर हों तो, पाइप का रंग अलग दिखना चाहिये / और यदि जमीन में दबे हों तो बाहर स्मृति चिन्ह होने चाहिय । इस ज्ञान से विभिन्न कारणों से जमीन खोदने के समय लोग सतर्क रह कर काम करते हैं।
  7. आपातकाल में सूचना देने का तरीका (जैसे हूटर) क्या हो, और वह कहाँ कहाँ लगाए गए हैं।
  8. गेट पर रह रहे सुरक्षा कर्मचारियों की आपत्काल ड्यूटी और टेलीफोन की व्यवस्था
  9. प्रत्येक शिफ्ट में उपस्थित प्रथम उपचार में शिक्षित व्यक्तिओं का नाम
  10. नजदीकी अस्पतालों का टेलेफोन नंबर, उसकी दूरी।
  11. अग्नि शामक स्टेशन का टेलेफोन नंबर और उसकी दूरी।
  12. कंपनी के उच्च अधिकारी का टेलेफोन नंबर और निवास की दूरी

३। आपातकाल की सूचना तंत्र

  1. क्या कार्य स्थल पर मान चित्र में दिए गए निकास मार्ग पर अंधेरे में चमकने वाले तीर के निशान बनाये गए हैं? क्या उन स्थानों पर दिन के समय प्रकाश होता है जिससे अंधेरे में चमकने के लिए वे तीर के निशान प्रकाश सोख लें।
  2. क्या कार्य स्थल पर आपातकाल की सूचना देने के लिए ध्वनि यन्त्र (हूटर) लगाये गए हैं? यदि हाँ, तो क्या उसके चलाने की विधि और वह कहाँ लगे हैं, उस स्थान की जानकारी सर्व सुलभ है
  3. गैस या ज्वलनशील पदार्थों के भण्डारण के स्थान पर, क्या ध्वनि यन्त्र (हूटर, धंटी) उपलब्ध हैं जो धुआं या आपातकाल की स्थितिओं के होने पर, अपने आप ही चालू हो जाते है और लोगों को इसकी सूचना मिल जाती है? क्या आग बुझाने हेतु, पानी का छिडकाव भी स्वचालित है?
  4. क्या लोग, इस आपातकाल ध्वनि को पहचान सकते हैं। यदि हाँ, तो क्या उनको इसकी जानकारी देने का कोई नियमित प्रयोग किया जाता है।
  5. क्या उन सभी स्थानों पर प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था है, जहाँ लोग काम करते हैं? क्या बिजली की स्विच दरवाजे पर लगी है, ताकि कार्य स्थल में प्रकाश करने के बाद ही वहां घुसा जाय, और जाते समय स्विच को बंद कर दिया जाय? प्रकाश की जरूरत इसलिए होती है जिससे आपतकालिक निर्देश लोग पढ़ सकें और कार्य स्थल में हमेशा सावधान रहें ?
  6. क्या ओवर हेड क्रएन के लटका कर भारी माल उठाते और ले जाते समय, कोई घंटी बजायी जाती है, जिस से नीचे खड़े व्यक्ति जो ऊपर देख न रहे हों, वे खतरे को जान सकें?
  7. क्या इस तरह का कोई प्रयोग किया गया है जिस से यह पता चले की आपातकाल ध्वनि को सुनने के बाद कितने समय के अन्दर कार्य स्थल के कर्मी, सुरक्षित क्षेत्र में पहुँच जाते हैं। यदि हाँ, तो इस प्रयोग को करने का अधिकतम अन्तराल क्या है? क्या वह अन्तराल, कर्मियों में आपत्काल की ध्वनि की सतर्कता जानने के लिए काफ़ी है? यदि हाँ तो इसका प्रमाण क्या है?

४। सुरक्षा उपकरणों का रख रखाव

  1. अग्नि शामक उपकरणों को एक निश्चित अवधि में चार्ज कर रखा गया है ? क्या इसकी कोई लिस्ट है जिससे याद रहे की इन्हे चार्ज कब करना चाहिये?
  2. क्या पानी का टैंक हमेशा भरा रहता है? इसे कौन देखता है?
  3. बालू या राख की बाल्टी की उचित संख्या क्या होनी चाहिए और क्या वह वहां है ? इसे कौन देखता है?
  4. क्या ध्वनि यन्त्र और/ या स्वचालित हूटर या/ और पानी छिडकाव के यन्त्र के कार्य प्रणाली की नियमित अवधि पर जांच की जाती है? इसे कौन देखता है?
  5. क्या लिफ्ट या होइस्त या क्रएन की नियमित अवधि पर जांच की जाती रही है, और उपयोग के समय ठीक पाई गई? यदि हाँ, तो क्या उसका प्रमाण सर्व सुलभ है, जो कानून के अनुसार कार्य स्थल पर उपस्थित होना चाहिए ? क्या उपकरणों की भार उठाने की अधिकतम क्षमता उन पर लिखी हुई है, जिससे इन उपकरणों का उपयोग करने वालों को जानना अपेक्षित है।
  6. क्या प्रथम उपचार बाक्स में उपलब्ध सामग्री की लिस्ट उसमें लगी है? क्या वह सामग्री ख़तम होने पर वापस तुंरत भर दी जाती है? क्या उस बाक्स पर उन लोगों के नाम भी लिखे हैं जो प्रत्येक शिफ्ट में, इस कार्य के लिए विशेष रूप से शिक्षित किए गए हैं?

५। कार्य के दुष्प्रभाव से शरीर की रक्षा

  1. क्या कार्य करने वालों को हैलमेट (सर के लिए), दस्ताना (हाथ के लिए), चश्मा(आँख के बचाव के लिए) कान बंद करने का प्लग (तीव्र ध्वनि से बचाव ), जूते (पैरो के लिए), चुस्त कपड़े जरूरी हैं ? यदि हाँ, तो क्या वे उन्हें यह वेश-भूषा उपलब्ध हैं जिन्हें इसे चाहिए? और क्या, इनकी क्वालिटी को देखा जा चुका है ताकि इन्हे पहनने से कार्य करने वालों को असुविधा नहीं हो ?
  2. यदि हाँ, तो क्या यह शारीरिक सुरक्षा से सम्बंधित सूचना सर्व-सुलभ है, और सभी लोग कार्य के लिए अपनी निश्चित वेश भूषा में ही रह रहे हैं? इसे कौन देखता है?
  3. क्या कार्य स्थल पर, ध्वनि, गर्मी, सर्दी, वायु प्रदूषण, प्रकाश और फर्श पर गन्दगी या चिकनाई मनुष्य के कार्य को कठिन बना रहे हैं? क्या इनके निवारण के लिए मान दंड बनाये गए हैं, और सुरक्षा के साधन पर्याप्त हैं। इसे कौन देखता है?
  4. क्या मशीनों के चलाने के लिए पहिये या बेल्ट या अन्य गतिशील पुर्जों के ऊपर सुरक्षा गार्ड लगे हैं? क्या उन मशीनों के चालक इस खतरे को और बचाव के साधन को जानते हैं, और यह चेतावनी मशीन के पास लिखी है? इसे कौन देखता है?
  5. क्या कार्य करने वालों के स्वास्थ्य की नियमित अवधि में जांच की जाती है, जिससे कार्य के द्वारा होने वाले दुष्प्रभाव का ज्ञान हो, और बचाव के पर्याप्त प्रबंध तुंरत किए जा सके? यदि हाँ तो अन्तराल, और जांच क्या प्रयाप्त हैं?
  6. क्या स्वास्थ्य खराब होने पर, कार्य से छुट्टी दी जाती है? क्या प्रबंधक यह निश्चित करते हैं की बीमार अवस्था में कार्य करने पर रोक है ? क्या इसका रिकार्ड रखा जा रहा है जिससे यह प्रमाणित हो ?
  7. कार्य करने के लिए, व्यक्तियों की कम से कम और अधिकतम आयु, तथा स्त्री का काम क्या कानून के अनुसार है? क्या इसकी सूचना सर्व०सुलभ की गई है? ( बाल, वृद्ध, और गर्भवती स्त्री से कार्य लेना भारत में गैर-कानूनी है)। इसे कौन देखता है?
  8. क्या जोखिम भरे कार्य करने वालों को या जिनकी आय एक सीमा से कम है, उन्हें दुर्धटना के इलाज के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध है? क्या उन्हें इंश्योरेंस मिली हुई है, जो इलाज के खर्च को पूरा करेगा या, इसकी जिम्मेवारी प्रबंध लेता है? इसे कौन देखता है?
  9. क्या कानून के अनुसार, कार्य करने वालों जिन्हें काम करने से शारीरिक हानि या थकान होती है, उनके दैनिक कार्य-काल की सीमा तय है, और उन्हें समय पर छुट्टी दी जाती है? इसे कौन देखता है जो इसे रिकार्ड के द्वारा प्रमाणित कराएगा ?

६। आपत्कालीन/ निषिद्ध क्षेत्र की रख रखाव

  1. क्या ज्वलनशील गैस या तेल के भंडार को मुख्य बिल्डिंग से अलग और तार से घेर कर रखा गया है और वहां सावधानी के लिए बोर्ड लगे हुए है?
  2. क्या इस भंडार के लिए कानून के अनुसार अनुमति है? यदि हाँ तो उसका प्रमाण?
  3. क्या पानी के भडार के लिए खुदे गड्ढे या बोर वेल के लिए बने गड्ढे, तार से घिरे या लोहे की जाली या ढक्कन से बंद किए गए हैं? क्या सावधानी के निर्देश वहां लिखे हैं? (भारत में घर या कोई भी निर्माण करते समय, पानी के लिए बने टैंक में, वहां कार्य करने वाले मजदूरों के छोटे बच्चे या पानी पीने आए कुत्ते या गाय के गिरने का खतरा होता है। बोर वेल के खुले छेद में भारत में कई बच्चों की गिर कर मौत हो गयी है)
  4. क्या बिजली की वायरिंग, दिश्त्रिबुशन बॉक्स, कंट्रोल रूम आदि, तकनिकी मानक पर सुरक्षित हैं? इन पर खतरे का निशान है, डोर लोक लगे हैं, प्रवेश निषिद्ध है, और केवल वही लोग इसको हाथ लगायें जो विद्युत्- सुरक्षा में शिक्षित हैं।
  5. क्या बिजली के उपकरण के लिए सुरक्षा के साधन जैसे दस्ताने, चप्पल और अन्य साधन उपलब्ध हैं?
  6. क्या कार्य स्थल से निकाले गए कचरे, ठोस और द्रव के सुरक्षित निकास की नियमित व्यवस्था है? क्या वह इकठ्ठा तो नहीं होते जा रहे जिस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा? इसे कौन देखता है?

७। आपातकालीन शिक्षा

  1. क्या व्यक्तियों को विभिन्न आपत्काल से निबटने की शिक्षा दी गई है? यदि हाँ, तो उसकी योजना क्या थी और उसके वास्तविक उपलब्धि का क्या प्रमाण है? यदि यह लिखित में है तो, उसका सन्दर्भ?
  2. क्या उन व्यक्तियों का नाम जिन्होंने आपत्काल की शिक्षा प्राप्त की हैं, उसकी जानकारी सूचना तंत्र द्वारा सभी व्यक्तियों तक पहुँची ? किस तरह यह जानकारी दी गई ही, उसका प्रमाण या उदाहरण ?

८। दुर्घटना होने पर आपत्कालीन तैयारी की परीक्षा या, उसका काम आना

  1. आपत्काल की तैयारी होने पर दुर्घटना होना कठिन होता है, किंतु यदि कोई दुर्घटना होती है या उसकी स्थिति बनी है, तो उसे किस तरह निपटा गया? अर्थात किस तरह जान माल की रक्षा की जा सकी?
  2. क्या वे उपाय प्रभावी थे और टीम वर्क और लीडरशिप का सही प्रदर्शन देखने को मिला? यदि नहीं, तो सुरक्षा समिति ने इससे क्या सीख ली?
  3. दुर्घटना रजिस्टर में इस तरह की धटनाएं लिखी गयीं? जिस संद्रर्भ से यह ज्ञान हो सकता है की आपत्काल तैयारी की किन व्यवस्था के कमी से यह दुर्घटना हुई?
  4. और दुबारा और कहीं अन्य स्थान पर यही स्थिति न पैदा हो, उसके लिए क्या निर्णय लिए गए, और सुरक्षा समिति ने क्या इसकी लिखित जानकारी रखी है?
  5. जान का जोखिम ले कर और सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए जिन भी व्यक्तियों (बाहरी या स्वयं के लोग) ने जान और माल की रक्षा की है, क्या उन्हें प्रस्कृत किया गया है, या उनकी सार्वजनिक प्रसंशा हुई है ? एक मान्यता है यह कार्य, अन्य लोगों को प्रेरणा देने के लिए और लोगों में दूसरे की मदद और सामजिक लीडरशिप के विकास में सहायक है।